गौरोचन की सहायता से भोजपत्र पर लिखें और फिर सदाबहार फूलों के वृक्ष के नीचे शाम के समय गाड़ दें. इसीलिए इनके विसर्जन को लेकर ध्यान रखें. देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्। दैत्या-दैत्यानी, भूता-भूतिनी, दानव-दानिवी, नीशा चैरा शुचि-मुखा Even though it calls for clarity of intention and also a https://martinouyya.blogprodesign.com/55214393/kamdev-an-overview